रविचंद्रन अश्विन ने IPL से लिया संन्यास ,उन्होंने 27 अगस्त 2025 को सोशल मीडिया के ज़रिए यह घोषणा कर दी कि अब वह इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा नहीं होंगे। अश्विन ने अपने संदेश में लिखा कि यह उनके लिए अंत नहीं बल्कि एक नई शुरुआत है। उन्होंने साफ कहा कि अब वह विदेशी टी20 लीग्स में खेलकर क्रिकेट का नया अनुभव प्राप्त करेंगे।
अश्विन का IPL करियर:
अश्विन का IPL करियर किसी सपने से कम नहीं रहा। साल 2009 में उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स की जर्सी पहनकर इस लीग में कदम रखा था। उसके बाद उन्होंने पंजाब, दिल्ली और राजस्थान जैसी कई टीमों का हिस्सा बनकर अपनी गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों को खूब परेशान किया। 16 साल के लंबे सफर में उन्होंने वह मुकाम हासिल किया जो बहुत कम खिलाड़ियों के हिस्से आता है।
अश्विन के आँकड़े:
आँकड़ों की बात करें तो अश्विन ने कुल 221 मैचों में 187 विकेट अपने नाम किए। उनकी इकॉनमी रेट 7.2 रही, जो यह दर्शाता है कि वे न सिर्फ विकेट लेने में माहिर रहे बल्कि रन रोकने में भी बेहद सफल रहे। यही कारण है कि वे IPL इतिहास में पाँचवें सबसे सफल गेंदबाज़ बने। बल्लेबाज़ी में भी उन्होंने ज़रूरत पड़ने पर अपनी टीम को कई अहम योगदान दिए और खुद को एक ऑलराउंडर के रूप में साबित किया।
अश्विन का IPL करियर केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं था। वे अपनी चतुराई भरी गेंदबाज़ी, कैरम बॉल और बल्लेबाज़ों को चौंका देने वाले स्पिन के लिए मशहूर रहे। कई बड़े बल्लेबाज़ उनकी गेंदों पर नतमस्तक हुए हैं। इतना ही नहीं, अश्विन हमेशा अपने क्रिकेटिंग ब्रेन और गेम को समझने के अंदाज़ के लिए भी जाने जाते हैं।
रविचंद्रन अश्विन का कथन:
अश्विन ने अपने विदाई संदेश में BCCI, सभी फ्रेंचाइज़ियों और क्रिकेट प्रेमियों का आभार जताया। उन्होंने लिखा, मेरा समय एक IPL खिलाड़ी के रूप में अब समाप्त हो रहा है, लेकिन अब मैं दुनिया भर की लीगों में खेलकर क्रिकेट को नए नज़रिए से समझने की कोशिश करूंगा। यह बयान उनके चाहने वालों के लिए भावुक कर देने वाला था, क्योंकि IPL में उनकी गेंदबाज़ी को देखना क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा एक खास समय रहा है।
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि वे इंग्लैंड की The Hundred लीग या फिर कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) जैसे टूर्नामेंट्स में नज़र आ सकते हैं। उनके अनुभव का फायदा विदेशी टीमों को ज़रूर मिलेगा।
क्रिकेट के जानकार मानते हैं कि अश्विन जैसे खिलाड़ी IPL के लिया एक अहम हिस्सा था। उनका यह सफर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है और मेहनत, अनुशासन और जुनून से कोई भी नई ऊँचाइयाँ छू सकता है।
निष्कर्ष
रविचंद्रन अश्विन का IPL से संन्यास लेना क्रिकेट फैंस के लिए एक भावुक पल है, लेकिन यह उनके करियर का अंत नहीं बल्कि एक नया अध्याय है। अब दर्शक उन्हें विदेशी लीग्स में खेलते देखेंगे और वहां भी उनकी गेंदबाज़ी का जलवा बरकरार रहेगा। अश्विन का नाम हमेशा IPL के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
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