नागालैंड की राजधानी कोहिमा में आयोजित किया गया एक भव्य स्वागत समारोह में भारत के लोकसभा अध्यक्ष Om Birla को विधान सभा परिसर में सलामी गार्ड प्रदान किया गया। इसके बाद वह 22वें (Commonwealth Parliamentary Association) CPA India Region Zone-III वार्षिक सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन करेंगे। यह आगमन और कार्यक्रम आगामी लोकतांत्रिक संवाद और क्षेत्रीय संसदीय सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

रास्ते और स्वागत संस्कृति
Lok Sabha स्पीकर Om Birla ने नागालैंड में अपने आगमन पर राज्य सरकार व विधान सभा द्वारा संयोजित गार्ड ऑफ ऑनर को स्वीकार किया। इस प्रकार का स्वागत सिर्फ औपचारिक नहीं रहा, बल्कि यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रति केंद्र सरकार की संवेदनशीलता और सम्मान को उजागर करता है।
सम्मेलन के आयोजन स्थल प्रदेश की राजधानी कोहिमा से लगभग आठ किलोमीटर दूर विधान सभा परिसर में निर्धारित किया गया है, जहाँ विधानसभा अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री की भी उपस्थिति रहेगी।
CPA India Region Zone-III सम्मेलन का उद्देश्य और विशिष्ट विषय वस्तु
22वें CPA India Region Zone-III सम्मेलन का मुख्य लक्ष्य है “Policy, Progress & People: Legislatures as Catalysts of Change” । इस थीम के अंतर्गत दो प्रमुख उप-विषय रखे गए हैं:
Legislatures’ role in achieving Viksit Bharat
Climate Change in light of recent cloudbursts and landslides in the North East region
इस प्रकार पूर्वोत्तर की विशिष्ट चुनौतियों, जैसे कि भू स्वरूप, मौसम आपदाएँ और विकास अंतर को संसद प्रक्रिया के तहत स्थान दिया गया है।
समुदाय-समावेशीता और संसदीय संवाद का नया स्वरूप
उपराष्ट्रपति, राज्यपाल अथवा सांसद विधायक ही नहीं बल्कि सम्मेलन में शामिल विषयों और उपविषयों का दायरा सामाजिक वर्ग, पर्यावरण प्रबंधन व क्षेत्रीय राजनीतिक संरचनाओं तक फैला हुआ है। यह संकेत है कि आज संसदीय व्यवस्था कानून निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता भाव, क्षेत्रीय विशिष्टता और प्रकृति चिंतन से भी प्रभावित हो रही है।
Om Birla ने नागालैंड को land of courage, bravery & valour की उपाधि दी और प्रदेश के युवा तथा सांस्कृतिक विविधता को विकास मार्ग के हिस्से के रूप में स्वीकार किया। यह बयान बताता है कि इस सम्मेलन से सिर्फ राजनीतिक संवाद नहीं बल्कि सामाजिक संगठन, सांस्कृतिक ज्ञान एवं क्षेत्रीय आत्म विश्वास को भी बढ़ावा अवश्य मिलेगा।
पूर्वोत्तर की चुनौतियाँ व संसदीय भूमिका
संवाद के उपविषय जैसे Climate Change in the Light of Recent Cloudbursts and Landslides पूर्वोत्तर क्षेत्र में बार-बार सामने आने वाले भू–प्राकृतिक खतरों को ध्यान में रखते हैं। सम्मेलन में यह संभावना जताई गई है कि संसदीय समितियाँ, राज्य विधानसभाएँ व केंद्र सरकार मिलकर ऐसे क्षेत्रों में नीति निर्माण व कार्यान्वयन में तेजी लाने का प्रयास करेंगे।

इसके साथ ही Legislatures in Achieving Viksit Bharat विषय यह स्पष्ट करता है कि विकास मॉडल अब आर्थिक, लोकतांत्रिक संस्थाओं, भागीदारी और स्थानीय सहभागिता पर आधारित होना चाहिए। इस दृष्टि से Om Birla का यह दौरा पूर्वोत्तर में संसदीय संवाद को सुदृढ़ करने की दिशा में रणनीतिक माना जा रहा है।
निष्कर्ष
Lok Sabha स्पीकर Om Birla का नागालैंड आगमन और 22वें CPA India Region Zone-III सम्मेलन का उद्घाटन पूर्वोत्तर भारत में संसदीय संवाद, सामाजिक विकास और क्षेत्रीय समावेशिता को नया स्वरूप देने वाला कदम माना जा रहा है। जब संसदीय प्रतिनिधि मंच, राज्य शासन और सामाजिक आवश्यकताएँ एक साथ बैठकर चर्चा करेंगी, तभी विकसित भारत का सपना वास्तविकता बन सकता है। यह आयोजन सिर्फ एक मीट अप नहीं बल्कि लोकतंत्र मंच का विस्तार है, जिसमें नीति निर्माण के पश्चात जनता हित से जुड़े क्रियान्वयन चक्र को अत्यधिक गति मिलेगी।
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1 thought on “लोकसभा स्पीकर Om Birla को नागालैंड विधान सभा में दी गई गार्ड ऑफ ऑनर, 22वें CPA India Region Zone-III सम्मेलन का करेंगे शुभारंभ”