भारतीय नौसेना के रणनीतिक भविष्य पर गहन विमर्श: Adm Dinesh K Tripathi ने ‘Geopolitics, Technology & Tactics’ के बदलते परिदृश्य पर दिया 6th Admiral J. G. Nadkarni Memorial Lecture

पुणे के Charak Auditorium में आयोजित 6th Admiral J G Nadkarni Memorial Lecture भारतीय नौसेना की रणनीतिक सोच, वैश्विक परिवर्तनों और भविष्य की सामरिक आवश्यकताओं पर केंद्रित एक अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन रहा। नौसेना प्रमुख Adm Dinesh K Tripathi, PVSM, AVSM, NM, Chief of the Naval Staff (CNS) ने Indian Navy Navigating Amidst Ongoing Flux of Geopolitics, Technology & Tactics पर विस्तृत व्याख्यान देते हुए बताया कि आज का नौसैनिक परिदृश्य कैसे निरंतर बदलती भू राजनीति, अत्याधुनिक तकनीक और नए युग की युद्धक रणनीतियों से प्रभावित हो रहा है।

Adm Dinesh K Tripathi ने ‘Geopolitics, Technology & Tactics’ के बदलते परिदृश्य पर दिया 6th Admiral J. G. Nadkarni Memorial Lecture
Adm Dinesh K Tripathi ने ‘Geopolitics, Technology & Tactics’ के बदलते परिदृश्य पर दिया 6th Admiral J. G. Nadkarni Memorial Lecture

व्याख्यान के दौरान नौसेना प्रमुख ने भारतीय नौसेना की बदलती प्राथमिकताओं, आपातकालीन प्रतिक्रियाओं, भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा और Indo Pacific क्षेत्र में भारत की उभरती नेतृत्व भूमिका पर गहन प्रकाश डाला। कार्यक्रम में एक Nonagenarian और सात Octogenarian पूर्व नौसैनिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया, जिनकी सेवाएँ भारतीय नौसेना की परंपरा, इतिहास और गौरव की आधारशिला रही है।

भारत का समुद्री परिदृश्य आज एक निर्णायक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। तेजी से बदलते geopolitical alignments, तेज़ी से विकसित होती marine technology, और अधिक जटिल होती naval warfare tactics के बीच भारतीय नौसेना को अब पहले से अधिक सशक्त, लचीला और तकनीकी रूप से सक्षम बनने की आवश्यकता है।

ऐसे समय में Admiral J G Nadkarni Memorial Lecture भारतीय नौसेना की भविष्य दृष्टि को समझने का महत्वपूर्ण मंच है। दिवंगत Admiral J G Nadkarni, भारत के 12वें नौसेना प्रमुख, जो अपनी रणनीतिक सोच, नेतृत्व क्षमता और समुद्री शक्ति के आधुनिकीकरण के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। इस लेक्चर सीरीज़ के माध्यम से नौसेना समुदाय उनके योगदान को सम्मानित करता है और नौसेना की भविष्य रणनीतियों पर विमर्श का अवसर प्राप्त करता है।

Adm Dinesh K Tripathi का व्याख्यान: बदलती वैश्विक स्थितियों में नेविगेट करती भारतीय नौसेना

Adm Dinesh K Tripathi ने अपने संबोधन में कहा कि आज की दुनिया में भू राजनीतिक समीकरण निरंतर बदल रहे हैं। चाहे वह Indo Pacific का रणनीतिक महत्व हो, South China Sea में तनाव हो, या critical sea lanes पर emerging threats।

Geopolitical Flux: समुद्री शक्ति का बढ़ता महत्व

नौसेना प्रमुख ने बताया कि:

  • Indo Pacific अब वैश्विक शक्ति संतुलन का केंद्र बन चुका है।
  • Maritime trade routes पर emerging disputes भारत की रणनीतिक तैयारी को अनिवार्य बनाते हैं।
  • Friendly navies के साथ interoperability और joint exercises भविष्य के multipolar maritime architecture का हिस्सा हैं।

उन्होंने जोर दिया कि समुद्री सुरक्षा रक्षा का विषय ही नहीं है, बल्कि यह global supply chains, energy routes और international diplomacy का महत्वपूर्ण स्तंभ भी है।

Technology: Naval Modernization की नई परिभाषा

Adm Dinesh K Tripathi ने कहा कि आधुनिक तकनीकें नौसैनिक शक्ति की चरम दिशा निर्धारित कर रही है। जैसे कि-

  • Unmanned systems (UAVs, UUVs)
  • Artificial Intelligence आधारित decision systems
  • Network centric warfare
  • High tech surveillance & reconnaissance systems
  • Indigenous warship building capabilities
  • Quantum resistant communication

उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारतीय नौसेना Aatma Nirbhar Navy की दिशा में दृढ़ता से आगे बढ़ रही है। INS Vikrant जैसी indigenous aircraft carrier क्षमताएँ इस परिवर्तन का महत्वपूर्ण प्रतीक है।

6th Admiral J. G. Nadkarni Memorial Lecture
6th Admiral J. G. Nadkarni Memorial Lecture

Tactics: आधुनिक नौसैनिक मुकाबले की बदली हुई रणनीतियाँ

Maritime warfare अब पारंपरिक नौसैनिक जहाज़ों के बीच टकराव नहीं रह गया, यह multi domain, multi sensor आधारित हाइब्रिड लड़ाई बन चुकी है। नौसेना प्रमुख ने बताया कि Anti drone systems, small team special operations, Maritime domain awareness, Precision targeting और Cyber warfare capability भविष्य के युद्ध का निर्णायक आधार बनेंगे।

उन्होंने कहा कि tactical adaptability भारतीय नौसेना की सबसे बड़ी शक्ति है, जो उसे हर चुनौती में mission ready बनाए रखती है।

वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारियों का सम्मान: भारतीय नौसेना की विरासत का उत्सव

कार्यक्रम के दौरान एक Nonagenarian तथा सात Octogenarian पूर्व नौसैनिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया, जो नौसेना के गौरवशाली इतिहास, परंपरा और अनुशासन के जीवंत प्रतीक हैं। यह सम्मान उन वीरों के प्रति कृतज्ञता है जिन्होंने भारत की समुद्री सुरक्षा की नींव रखी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया।

नौसेना की यह परंपरा दर्शाती है कि Honour, Heritage और Continuity भारतीय नौसेना की संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ है।

Admiral J G Nadkarni: भारतीय नौसेना के गौरवशाली अध्याय के निर्माता

यह आयोजन उन्हें समर्पित था जिन्हें भारतीय नौसेना में Modern Maritime Visionary माना जाता है। उनके योगदान से ही Naval modernization को नई दिशा, Maritime strategy और doctrine का विकास, Training और leadership reforms, International naval diplomacy को मजबूती तथा Indigenous shipbuilding को प्रोत्साहन संभव हुआ है। उनकी रणनीतिक दृष्टि आज भी नौसेना की नीतियों और maritime priorities को मार्गदर्शन देती है।

निष्कर्ष

6th Admiral J G Nadkarni Memorial Lecture भारतीय नौसेना की सामरिक दिशा, तकनीकी प्रगति और वैश्विक भूमिका को समझने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ। Adm Dinesh K Tripathi का व्याख्यान स्पष्ट रूप से यह दिखाता है कि भारतीय नौसेना आज की चुनौतियों का सामना करने के लिए बखूबी तैयार है साथ ही आने वाले दशक में technological excellence, geopolitical readiness और tactical superiority के साथ एक प्रमुख maritime शक्ति के रूप में उभरने वाली है।

वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारियों का सम्मान नौसेना की उस गौरवशाली परंपरा को जीवित रखता है जिसमें अतीत की उपलब्धियाँ भविष्य की दिशा तय करती हैं। भारत का समुद्री भविष्य Indo Pacific में बढ़ती भूमिका, Aatma Nirbhar defence capability और maritime diplomacy इसी समन्वयित सोच का परिणाम है। यह मेमोरियल लेक्चर केवल नौसेना का एक कार्यक्रम नहीं है,
बल्कि भारत की समुद्री शक्ति के भविष्य का घोषणापत्र है।

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