हर साल 5 सितंबर को Teacher’s Day पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन भारत के महान शिक्षक और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का प्रतीक भी है। इस खास मौके पर विश्वप्रसिद्ध Sand Artist Sudarshan Patnayak ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर एक भव्य Sand Art बनाकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनकी यह कलाकृति इस बार Teacher’s Day 2025 का सबसे चर्चित आकर्षण बन चुकी है।

पुरी बीच पर सजी Sand Art
सुदर्शन पटनायक की यह Sand Art डॉ. राधाकृष्णन को समर्पित है। इसमें उनका चेहरा बारीकी से बनाया गया है और साथ ही बड़ा-सा संदेश लिखा है “Happy Teacher’s Day: Tribute to Dr. Sarvepalli Radhakrishnan”। इस कलाकृति पर संस्कृत का प्रसिद्ध श्लोक “गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु, गुरु देवो महेश्वर, गुरु साक्षात परम ब्रह्मा, तस्मै श्री गुरवे नमः” भी दर्शाया गया है, जो गुरु के महत्त्व और उनकी भूमिका को उजागर करता है। पुरी बीच पर बने इस कलाकारी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर साझा कीं।
सुदर्शन पटनायक की कला
सुदर्शन पटनायक का नाम आज विश्व स्तर पर Sand Art के पर्याय के रूप में लिया जाता है। वे कई बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उनकी कला सिर्फ सौंदर्य के लिए नहीं होती, बल्कि इसके पीछे हमेशा एक सामाजिक या सांस्कृतिक संदेश छिपा होता है। इस बार Teacher’s Day पर बनाई गई यह Sand Art यह संदेश देती है कि शिक्षा ही समाज की सबसे बड़ी शक्ति है और शिक्षक ही वह स्तंभ हैं, जो विद्यार्थियों के जीवन को सही दिशा देते हैं।

Teacher’s Day और डॉ. राधाकृष्णन का योगदान
भारत में Teacher’s Day मनाने की परंपरा डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सुझाव पर शुरू हुई थी। जब उनके छात्रों ने उनकी जयंती मनाने का प्रस्ताव रखा, तो उन्होंने कहा कि यह दिन व्यक्तिगत रूप से उनके लिए न मनाकर सभी शिक्षकों के सम्मान में मनाया जाना चाहिए। तभी से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिन सुदर्शन पटनायक द्वारा बनाई गई यह Sand Art हमें याद दिलाती है कि एक सच्चा शिक्षक सिर्फ ज्ञान ही नहीं देता, बल्कि अपने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व और भविष्य का निर्माण भी करता है।
Social media पर छाया sand art
पुरी में बनाया यह art पूरे सोशल मीडिया पर छाया हुआ है और लोग इसकी जम कर तारीफ कर रहे है। यूज़र्स इस कलाकृति की तारीफ करते हुए इसे “Creative Tribute” और “Inspiring Artwork” कह रहे हैं। कई लोगों ने इसे शिक्षक दिवस मनाने का सबसे अनोखा तरीका बताया।
निष्कर्ष
Happy Teacher’s Day 2025 पर पुरी बीच पर सुदर्शन पटनायक की यह Sand Art केवल एक कलाकृति नहीं, बल्कि एक गहरा संदेश है। यह हमें याद दिलाती है कि शिक्षा ही समाज का वास्तविक आधार है और शिक्षक ही हमें जीवन की सही दिशा दिखाते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को समर्पित यह श्रद्धांजलि न केवल भारतीय संस्कृति की गुरु परंपरा को जीवित रखती है, बल्कि दुनिया को भी यह बताती है कि भारत में शिक्षक का स्थान हमेशा सर्वोच्च रहा है।
ऐसी जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे हैं। धन्यवाद!
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