ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज Mitchell Starc ने अंतरराष्ट्रीय T20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। मंगलवार, 2 सितंबर 2025 को उन्होंने आधिकारिक तौर पर इस फैसले की घोषणा की। स्टार्क ने कहा कि अब वे अपना पूरा ध्यान टेस्ट और वनडे फॉर्मेट पर केंद्रित करना चाहते हैं। उनका यह कदम क्रिकेट जगत में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि स्टार्क लंबे समय से ऑस्ट्रेलियाई टीम की गेंदबाजी की रीढ़ रहे हैं।
क्यों लिया T20 से संन्यास?
Mitchell Starc ने संन्यास लेने की वजह समझाते हुए कहा कि उनका लक्ष्य लंबे फॉर्मेट टेस्ट और वनडे में ज्यादा योगदान देना है। खासकर वे आने वाले वर्षों में टेस्ट क्रिकेट पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इसके अलावा, 2027 वनडे वर्ल्ड कप में भी वे ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम भूमिका निभाना चाहते हैं।
टी20 फॉर्मेट में लगातार खेलने से शारीरिक थकान और चोटों का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि कई सीनियर खिलाड़ी एक फॉर्मेट को छोड़कर बाकी पर फोकस करना चुनते हैं। स्टार्क का यह फैसला भी उसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
Mitchell Starc का T20 करियर
Mitchell Starc का T20I करियर भले ही वनडे और टेस्ट की तुलना में छोटा रहा हो, लेकिन उसमें भी उनका योगदान अहम रहा है। उन्होंने अपने करियर में 65, T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और कई मौकों पर विपक्षी टीमों को अपनी धारदार गेंदबाजी से मैच जीत कर भी दिखाई है। उनकी तेज़ यॉर्कर और नई गेंद से स्विंग कराने की क्षमता ने उन्हें हमेशा खतरनाक गेंदबाज बनाया। सबसे यादगार प्रदर्शन उनका 2021 के टी20 वर्ल्ड कप में रहा, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आगे की योजना
स्टार्क ने साफ कर दिया है कि वे पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने के मूड में नहीं हैं। उनका मानना है कि टेस्ट और वनडे फॉर्मेट ही असली क्रिकेट की पहचान हैं और वे आने वाले वर्षों में इन्हीं पर ध्यान देंगे। साथ ही, वे घरेलू टी20 लीग्स जैसे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलना जारी रख सकते हैं, क्योंकि वहां कम दबाव और सीमित अवधि के टूर्नामेंट होते हैं।
उनका यह कदम इस मायने में भी अहम है कि ऑस्ट्रेलिया अगले साल भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज़ खेलने वाला है। स्टार्क चाहते हैं कि वे पूरी फिटनेस और फोकस के साथ इस चुनौती के लिए तैयार रहें।
ऑस्ट्रेलिया की टीम पर असर
स्टार्क के T20I से संन्यास लेने से ऑस्ट्रेलिया की टी20 टीम को निश्चित तौर पर झटका लगेगा। हालांकि, Pat Cummins, Josh Hazelwood और नए उभरते गेंदबाज इस कमी को भरने की कोशिश करेंगे। ऑस्ट्रेलिया के पास पहले से ही कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन स्टार्क जैसा अनुभव और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता शायद ही किसी और में हो।
निष्कर्ष
Mitchell Starc का यह फैसला बताता है कि वे अपने करियर को लंबा खींचने और सही समय पर सही फॉर्मेट चुनने की कला समझते हैं। उन्होंने टी20 क्रिकेट से संन्यास लेकर टेस्ट और वनडे में अपनी जिम्मेदारी निभाने का रास्ता चुना है। फैंस भले ही उन्हें छोटे फॉर्मेट में मिस करें, लेकिन आने वाले वर्षों में जब वे टेस्ट और वनडे में दमदार गेंदबाजी करेंगे, तब उनका यह फैसला पूरी तरह सही साबित होगा।
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