Bengluru Craft Fair इस बार प्रदर्शनी के अलावा भारत के शिल्पकारों के लिए नए अवसरों का प्रतीक बन चुका है। Hasiru Dala की सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक नलिनी शेखर ने मेले का दौरा किया और यहां से एक नई शुरुआत के संदेश को साझा किया। इस आयोजन ने Tulip के साथ सहयोग की दिशा में पहला ठोस कदम बढ़ाया है, जिसका लक्ष्य शिल्पकारों की सशक्तिकरण और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में पूर्ण सहयोग करने का है।
Craft Fair: परंपरा और आधुनिकता का संगम
Bengluru Craft Fair भारत की विविध Handicrafts Heritage को प्रदर्शित करने का बड़ा मंच है। इस मेले में स्थानीय कारीगरों ने अपनी पारंपरिक कला, हस्तनिर्मित उत्पाद और आधुनिक डिज़ाइन के अनूठे मिश्रण का प्रस्तुतीकरण किया। नलिनी शेखर की उपस्थिति ने आयोजन को सम्मानजनक आयाम दिया। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि कारीगरों का समर्थन और उन्हें उचित बाज़ार तक पहुंचाना ही समय की मांग है।
Hasiru Dala और Tulip का सहयोग
Hasiru Dala लंबे समय से समाज के हाशिये पर रह रहे समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। वहीं Tulip के साथ नई साझेदारी से इस मिशन को और मज़बूती मिलेगी। इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य शिल्पकारों को Financial Stability, Market Linkages और Skill Development Opportunities से पूर्णरूप से अवगत कराना है। इससे उन्हें रोज़गार के साथ एक Sustainable Future की के लिए उम्मीद भी मिलेगी।
शिल्पकारों का सशक्तिकरण
भारत के कारीगर कई हजार वर्षों से अपनी कला के ज़रिए देश की संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। लेकिन आज की प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में उन्हें तकनीक, ब्रांडिंग और मार्केटिंग में मजबूत होने की आवश्यकता है। Hasiru Dala और Tulip का यह प्रयास उन्हें नए बाज़ारों से अवगत कराने के साथ उनकी कला को Global Recognition भी दिलाने की यथासंभव प्रयास करता रहेगा।
निष्कर्ष
Bengluru Craft Fair और नलिनी शेखर की सक्रिय भागीदारी इस बात का संकेत है कि देश हमेशा शिल्पकारों का भविष्य को और मज़बूत करने की कोशिश करता रहा है। Empowerment और Growth की नई शुरुआत के लिए Tulip के साथ साझेदारी की ओर पहल करना निश्चित ही एक ठोस कदम है। यह पहल भारत के Handicrafts Sector को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अत्यधिक मददगार साबित होगी।
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