भारत की सीमाओं के सुरक्षा में 61 वर्षों से अद्वितीय साहस और सतर्कता के साथ कार्यरत Border Security Force (BSF) ने वर्ष 2025 में अपना Diamond Jubilee भुज, गुजरात में एक भव्य और ऐतिहासिक समारोह के साथ मनाया। इस अवसर पर Union Home and Cooperation Minister अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने भव्य परेड की सलामी ली। Indias First Line of Defence और BSF At 61 इस आयोजन के मूल संदेश को साहस, समर्पण और सतर्कता के साथ को पूरी दुनिया तक पहुंचा रहे थे।
Border Security Force, जिसकी स्थापना 1 दिसंबर 1965 को भारत की पश्चिमी और पूर्वी सीमाओं की सुरक्षा के उद्देश्य से की गई थी। आज BSF दुनिया की सबसे बड़ी सीमा रक्षक सेनाओं में से एक है। 61वें स्थापना दिवस पर आयोजित यह Diamond Jubilee Parade औपचारिक आयोजन ही नहीं, बल्कि उस अनुशासन, रणनीति और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है जो BSF को भारत की पहली सुरक्षा पंक्ति बनाता है। भुज में आयोजित इस समारोह ने उस वीरता को नए तरीके से प्रदर्शित किया है और इसके बदौलत BSF ने दशकों से देश की सीमाओं को सुरक्षित रखा है।
अमित शाह ने ली परेड की सलामी
Union Home Minister Amit Shah ने सबसे पहले BSF जवानों के अद्वितीय साहस, बलिदान और राष्ट्र सेवा को नमन किया। उनके आगमन के साथ ही परेड ग्राउंड ऊर्जा और जोश से भर उठा, जहां BSF की प्रतिष्ठित Contingents, Mounted Columns, Special Units, और Camel Patrol Squads ने अनुशासन और मारक क्षमता की एक शानदार झलक को पेश किया।
अमित शाह ने कहा कि Border Security Force भारत की सीमाओं की सुरक्षा के साथ आंतरिक सुरक्षा, counter insurgency operations, anti-smuggling actions और humanitarian missions में भी अपनी निर्णायक भूमिका निभाती है। उन्होंने यह भी कहा कि Border Security Force का 61 वर्षों का सफर India’s First Line of Defence के रूप में इसकी विश्वसनीयता और professionalism को दर्शाता है।
Contingents और Mounted Columns ने बढ़ाया समारोह का शौर्य
Diamond Jubilee Parade के दौरान Border Security Force के विभिन्न Contingents और Mounted Columns जब Saluting Base से होकर गुज़रे, तो पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। इनमें शामिल थे-
- Camel Contingent — जो सीमावर्ती रेगिस्तानी क्षेत्रों में BSF की पहचान है
- Women’s Contingent — जिसने BSF में बढ़ती महिला शक्ति को प्रदर्शित किया
- Special Commando Units — आधुनिक हथियारों और tactical gears के साथ
- Dog Squads — सीमाओं पर detection और सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभाने वाले
इन सभी दलों ने अनुशासन की एक मिसाल को पेश किया, और 21वीं सदी के सुरक्षा वातावरण में BSF की बढ़ती क्षमता का परिचय भी दिया।
Tableaux ने दिखाया Border Security Force का आधुनिक स्वरूप और गौरवशाली इतिहास
Border Security Force Tableaux Diamond Jubilee Parade का एक आकर्षक हिस्सा रहा। इन tableaux ने Border Security Force के इतिहास, ऑपरेशंस, achievements, modernisation efforts और technological adoption की झलक दिखाई। प्रदर्शित प्रमुख थीमों में कुछ ऐतिहासिक झलक शामिल थे:
- 1965 Indo-Pak War में Border Security Force का गठन और भूमिका
- Anti-smuggling operations along Bengal & Punjab borders
- Drone surveillance and counter drone systems
- Coastal and desert border security strengthening initiatives
- Disaster relief operations and humanitarian missions
इन tableaux ने यह दर्शाया कि Border Security Force एक सुरक्षा बल के साथ एक dynamic organization भी है जो तेजी से बदलते security challenges के बीच खुद को तकनीकी रूप से उन्नत बना रही है।
साहस, धैर्य और तकनीकी उन्नति की कहानी
BSF की Diamond Jubilee यह याद दिलाती है कि कैसे इस बल ने 1965 में अपनी स्थापना के बाद से देश की विभिन्न सीमाओं पर हर परिस्थिति में देश को सुरक्षित रखा है। देश में विद्यमान यह सशस्त्र बल हर स्थिति में देश की सुरक्षा के लिए आतुर रहता है, चाहे वह-
- बर्फ से ढके जम्मू कश्मीर की LoC हो,
- गुजरात और राजस्थान के कठोर रेगिस्तानी क्षेत्र हों,
- बांग्लादेश सीमा पर कठिन नदी क्षेत्रों का चुनौतीपूर्ण भूगोल हो,
- या फिर समुद्री तटों पर बढ़ते सुरक्षा खतरे हों।
आज Border Security Force आधुनिक वायरस डिटेक्शन, night vision technology, tactical communication systems, anti-drone frameworks और Smart Fencing जैसी तकनीकों का उपयोग करते हुए अपने mission को और भी मजबूत बना रही है।
Diamond Jubilee का संदेश
परेड का हर दृश्य BSF सर्वदा सतर्क के संदेश को और अधिक मजबूत कर रहा था। जवानों का मार्चपास्ट, घुड़सवार दलों का अद्भुत अनुशासन, camel squads का राजसी प्रदर्शन, और तकनीकी प्लेटफॉर्म्स का प्रदर्शन सब मिलकर यह बता रहे थे कि Border Security Force भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
Union Home Minister ने इस अवसर पर कहा कि आने वाले वर्षों में Border Security Force की operational capability को और उन्नत किया जाएगा, modern equipment प्रदान किए जाएंगे और जवानों के कल्याण में नए सुधार किए जाएंगे।
निष्कर्ष
भुज में आयोजित किया गया BSF Diamond Jubilee Parade एक समारोह ही नहीं, बल्कि 61 वर्षों की प्रतिबद्धता, त्याग और वीरता का राष्ट्रीय उत्सव था। भारत की First Line of Defence के रूप में Border Security Force ने हर चुनौती के सामने अटूट संकल्प दिखाया है, और यह Diamond Jubilee इस यात्रा का गौरवपूर्ण प्रतीक है।
Contingents, Tableaux, Mounted Columns और अद्भुत परेड प्रदर्शन ने इस बात को फिर साबित किया है कि BSF सिर्फ सीमा की रक्षा नहीं ही करती, बल्कि भारत की शांति, सुरक्षा और संप्रभुता की सबसे मजबूत ढाल भी है।
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