Chandra Grahan 2025, आज रात भारतीय आकाश में एक बेहद रोमांचक खगोलीय घटना का दृश्य देखने को मिलेगा। साल 2025 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण आज शाम 9:57 बजे से शुरू होकर रात 1:26 बजे तक चलेगा। इस चंद्र ग्रहण को खगोलशास्त्र में Total Lunar Eclipse कहा जाता है, जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की गहरी छाया में डूब जाएगा। इसे वैज्ञानिक दृष्टि से Blood Moon भी कहा जाता है। यह अनोखा दृश्य आकाश प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन गया है।
ग्रहण का समय और प्रक्रिया
आज का चंद्र ग्रहण भारत के अधिकांश हिस्सों से स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा। इसका आरंभ रात 9:57 बजे होगा, जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर धीरे-धीरे प्रभाव डालना शुरू करेगी। लगभग रात 10:55 बजे से Partial Eclipse Phase शुरू होगा, जिसमें चंद्रमा पर गहरी छाया की परत नजर आने लगेगी।
सबसे रोमांचक भाग रात 11:55 बजे से शुरू होगा, जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में डूब जाएगा। इस पूर्ण ग्रहण की अवधि लगभग एक घंटा 31 मिनट तक चलेगी। चंद्रमा लालिमा लिए खगोलीय प्रेमियों के लिए आकर्षक दृश्य बन जाएगा। ग्रहण की समाप्ति रात 1:26 बजे होगी। कुल मिलाकर यह चंद्र ग्रहण लगभग 3 घंटे 29 मिनट का रहेगा।
यह एक अनोखा घटना है, जो साल में केवल दो से तीन बार ही होता है। इस बार का ग्रहण साल का अंतिम चंद्र ग्रहण है। इसलिए इसे देखना इस साल का अंतिम अवसर माना जाएगा।
ग्रहण का समय कैसे देखें और क्या करें
इस अद्भुत घटना को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है। चंद्र ग्रहण को सीधे नग्न आंखों से आसानी से देखा जा सकता है। यदि दूरबीन या टेलिस्कोप उपलब्ध हो तो दृश्य और भी करीब से देखा जा सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि कैमरा या मोबाइल से फोटो या वीडियो रिकॉड करना हो तो tripod का उपयोग जरूर करें ताकि स्थिरता बनी रहे और साफ तस्वीरें मिलें।
चंद्र ग्रहण को देखने के लिए सबसे अच्छा स्थान वह होता है जहाँ प्रकाश की समस्या कम हो। बड़े शहरों में अतिरिक्त प्रकाश की वजह से दृश्य कम स्पष्ट दिख सकते हैं। इसलिए खुले मैदान, पहाड़ी क्षेत्र या कम रोशनी वाले इलाके से ग्रहण को देखना सबसे अच्छा रहेगा।
सावधानियों की बात करें तो चंद्र ग्रहण देखने में कोई स्वास्थ्य संबंधी खतरा नहीं है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। बस ध्यान रखें कि सूर्य ग्रहण के समय विशेष चश्मा पहनना अनिवार्य होता है, लेकिन चंद्र ग्रहण के दौरान कोई विशेष सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती।
इस खगोलीय घटना को देखने का सही समय और जगह चुनकर हर व्यक्ति इसे अपने कैमरे में कैद करके या नज़रें उठाकर सुरक्षित रूप से देख सकता है। यह अनुभव न केवल मनोरंजक है, बल्कि खगोलशास्त्र के गहरे रहस्यों से परिचित होने का भी एक अवसर बन जाता है।
निष्कर्ष
आज रात का यह चंद्र ग्रहण केवल एक वैज्ञानिक घटना नहीं, बल्कि विज्ञान, प्रकृति और संस्कृति का अद्भुत संगम है। यह हमें ब्रह्मांड की विशालता और रहस्यमयता का एहसास कराता है। खगोलशास्त्रियों के अनुसार पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के पूर्ण संरेखण का होना खुद में एक अद्भुत घटना है।
इस दुर्लभ ब्लड मून घटना को देखने से न केवल खगोलशास्त्र का ज्ञान बढ़ता है, बल्कि यह मन को भी एक अनोखी शांति और विस्मय की अनुभूति देता है। इस अवसर का लाभ जरूर उठाएं।
ऐसी जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद!
