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Dengue का कहर: हालात बिगड़े, लोगों को सावधानी बरतने की सलाह

देशभर में Dengue का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और स्थिति अब बेहद चिंताजनक हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ एक दिन में 12 लोगों की मौत हुई है, जो इस सीज़न का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। जनवरी से अब तक कुल 179 लोग Dengue की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 740 नए मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए हैं, जिससे साल 2025 में अब तक Dengue के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 48,831 हो गई है।

Dengue Caused by mosquito bites

बढ़ते मामलों से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव

Dengue के तेजी से फैलते संक्रमण ने अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव डाल दिया है। बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ रही है। कई जगह अस्पतालों में बेड की कमी देखने को मिल रही है और डॉक्टरों के सामने चुनौती बढ़ गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्थिति इसी तरह बिगड़ती रही तो आने वाले हफ्तों में हालात और गंभीर हो सकते हैं। इससे कई लोगों को परेशानी हो सकती है और लोग को उपचार करवाने में भी दिक्कत आ सकती है।

Dengue के लक्षणों को कैसे पहचाने

Dengue के शुरुआती लक्षणों को नजर अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। तेज़ बुखार, सिरदर्द, आँखों में दर्द, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द, लाल चकत्ते और प्लेटलेट्स की कमी इसके प्रमुख लक्षण हैं। यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है। देर करने पर हालत खराब हो सकती है और जान भी जा सकती है।

मौतों का बढ़ता आंकड़ा

जनवरी से अब तक 179 लोगों की मौत Dengue से हो चुकी है। सिर्फ एक दिन में 12 मौतें होने का आंकड़ा इस बात की ओर संकेत करता है कि संक्रमण किस तेजी से फैल रहा है। यह आंकड़ा इस साल का अब तक का सबसे बड़ा है और इससे लोगों के बीच डर का माहौल बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट जारी करते हुए बचाव के उपाय तेज़ करने के निर्देश दिए हैं। सभी लोगों को अच्छे से रहने भी सलाह दी है जिससे इससे रोका जा सके।

मच्छरों की रोकथाम ही सबसे बड़ा हथियार

Dengue का फैलाव एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है और साफ पानी में पनपता है। इसलिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना ही डेंगू से बचाव का सबसे कारगर तरीका है। घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, पानी की टंकियों को ढककर रखें और कूलर या गमलों में जमा पानी नियमित रूप से बदलते रहें और साफ सफाई पर अच्छे से ध्यान दे ।

सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी

स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। नगर निगम स्तर पर दवा का छिड़काव किया जा रहा है और लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। कई राज्यों में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ताकि मरीज तुरंत जानकारी हासिल कर सकें और अस्पताल तक पहुँच सकें। इसके बावजूद संक्रमण की तेज़ रफ्तार ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इस समय सबसे जरूरी है कि लोग खुद जागरूक रहें। घरों में और आसपास सफाई रखें, मच्छरदानी का प्रयोग करें और फुल आस्तीन वाले कपड़े पहनें। बच्चों और बूढ़े का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। अगर बुखार या प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण दिखें तो घर पर इलाज करने की बजाय तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

निष्कर्ष

देश में Dengue का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। लोगों की मौतों और मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है। साफ-सफाई पर ध्यान देकर, मच्छरों से बचाव करके और लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को सतर्क कर रहा है लेकिन असली जिम्मेदारी हर नागरिक की है कि वह खुद और अपने परिवार को डेंगू से सुरक्षित रखे।

ऐसी जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे, धन्यवाद।

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