बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है। चर्चित Dularchand Yadav Murder Case में बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना पुलिस ने शनिवार देर रात JDU उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस की विशेष टीम ने बाढ़ क्षेत्र के कारागिल मार्केट से छापा मारकर उन्हें हिरासत में लिया। यह कार्रवाई बिहार विधानसभा चुनाव के बीच हुई है, जिससे राज्य की सियासत में नया मोड़ आ गया है।
क्या है पूरा मामला
मोकामा क्षेत्र के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह का नाम पहले भी कई विवादों में जुड़ चुका है। इस बार उन पर Dularchand Yadav हत्या कांड में सम्मिलित होने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, Dularchand Yadav की हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने वालों में अनंत सिंह का नाम सामने आया था।
कई दिनों से पुलिस को उनके खिलाफ ठोस सुराग मिले थे, जिसके बाद SSP पटना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने शनिवार (1 नवंबर) की देर रात बाढ़ के कारागिल मार्केट में छापा मारा और अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
रातभर चला Dularchand Murder Case ऑपरेशन
बताया जा रहा है कि, यह कार्रवाई पूरी तरह से गुप्त रखी गई थी ताकि गिरफ्तारी से पहले किसी को भनक न लगे। पुलिस टीम रात करीब 1 बजे कारागिल मार्केट पहुंची और अचानक छापेमारी शुरू कर दी। थोड़ी ही देर में अनंत सिंह को हिरासत में लेकर पटना रवाना कर दिया गया।
सुबह होते ही यह खबर पूरे बिहार में आग की तरह फैल गई। सभी लोग आश्चर्य हो गए और अनुमान लगाने लगे कि यह हत्याकांड अनंत सिंह के द्वारा ही की गई है।
चुनाव से पहले JDU को बड़ा झटका
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच हुई इस गिरफ्तारी को सियासी हलकों में बड़ा झटका माना जा रहा है। अनंत सिंह JDU उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में थे और उनकी पकड़ मोकामा में काफी मजबूत मानी जाती है।
उनकी गिरफ्तारी के बाद अब JDU की राजनीति और चुनाव पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। विपक्ष ने इस कदम को “राजनीतिक दबाव में की गई कार्रवाई” बताया है, जबकि पुलिस इसे कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा कह रही है।
पुलिस का बयान
पटना पुलिस के सूत्रों के अनुसार, “हमारे पास हत्या मामले से जुड़े ठोस साक्ष्य थे। गिरफ्तारी से पहले जांच टीम ने सभी तथ्यों की पुष्टि की और फिर कार्रवाई की गई। आगे की पूछताछ में और भी कई नाम सामने आ सकते हैं।”
पुलिस ने यह भी बताया कि अगर जांच में अन्य लोगों की हिस्सेदारी पाई गई, तो आगे भी गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
अनंत सिंह का राजनीतिक सफर और विवाद
अनंत सिंह बिहार की राजनीति का जाना-माना नाम हैं। उन्हें “मोकामा का बाहुबली नेता” कहा जाता है। वे कई बार विधायक रह चुके हैं और अपने इलाके में काफी लोकप्रिय भी हैं। हालांकि, उनका नाम कई बार हथियार बरामदगी, धमकी और आपराधिक मामलों में आ चुका है। इससे पहले भी वे जेल जा चुके हैं, लेकिन हर बार राजनीतिक प्रभाव और जनसमर्थन के कारण फिर सक्रिय राजनीति में लौट आते हैं। अब Dularchand Murder Case में गिरफ्तारी ने एक बार फिर उनके भविष्य पर सवाल खड़ा कर दिया है।
विपक्ष और जनता की प्रतिक्रिया
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दलों ने JDU और राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। RJD और कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि “यह कार्रवाई चुनावी समय पर दबाव बनाकर की गई है।”
वहीं JDU नेताओं का कहना है कि “कानून अपना काम कर रहा है, पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं।”
सोशल मीडिया पर जनता के बीच भी इस खबर पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने इसे “न्याय की दिशा में सही कदम” बताया, जबकि कुछ ने इसे “राजनीतिक साजिश” करार दिया।
फिलहाल अनंत सिंह को पटना लाकर पुलिस पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में Dularchand Murder मामले में चार्जशीट दाखिल की जा सकती है।
अगर पुलिस के पास ठोस सबूत मिल जाते हैं, तो यह मामला बिहार की राजनीति में बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। वहीं JDU के लिए यह चुनावी दौर में एक गंभीर चुनौती बन चुका है।
निष्कर्ष
Dularchand Murder Case में अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने न केवल बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि चुनावी समीकरण भी बदल दिए हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पुलिस की जांच किस दिशा में जाती है और क्या अनंत सिंह इस बार भी अपने पुराने अंदाज में वापसी कर पाते हैं या नहीं। फिलहाल पूरा बिहार इस हाई-प्रोफाइल केस की हर अपडेट पर नजर बनाए हुए है।
ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे, धन्यवाद।
