भारत में Dussehra त्योहार हमेशा से बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रहा है और हर साल लोग इसे बड़ी उत्साह के साथ मनाते हैं। हर साल देशभर में रावण दहन की परंपरा निभाई जाती है, लेकिन इस बार Indore का Dussehra 2025 कुछ अलग और खास होने जा रहा है। यहां रावण का नहीं बल्कि शूर्पणखा का पुतला जलाया जाएगा। यही नहीं, इस पुतले में उन महिला अपराधियों के चेहरे भी शामिल होंगे, जिन्होंने अपने ही परिवार के मासूम बच्चों या पति की हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया। इस बार दहन की प्रक्रिया को लेकर लोग काफी उत्सव दिखाई दे रहे हैं।
Indore में दशहरा की नई पहल
मध्य प्रदेश के Indore में इस बार Dussehra पर एक अनोखी पहल की जा रही है। रावण के 10 सिरों की जगह इस बार शूर्पणखा का 11 मुखी पुतला तैयार किया गया है। इस पुतले पर शहर और देशभर में चर्चा का विषय बनी महिला अपराधियों के चेहरे लगाए गए हैं। खासकर Indore की सोनम रघुवंशी और मेरठ की मुस्कान का चेहरा इसमें प्रमुख रूप से दिखाया जाएगा।
ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य है समाज को सुधारना और परिवर्तन लाना जिससे आने वाली पीढ़ी पर इन सब चीजों का प्रभाव न पड़े। इन सब चीजों से समाज को यह संदेश दिया जाए कि बुराई केवल पुरुषों तक सीमित नहीं है, बल्कि कई बार महिलाएं भी घिनौने अपराध कर समाज को कलंकित करती हैं।
महिला अपराधियों के चेहरे बनेंगे प्रतीक
इस साल का पुतला दहन महालक्ष्मी मेला ग्राउंड, इंदौर में आयोजित होगा। यहां हजारों की भीड़ जुटती है और हर साल रावण का दहन किया जाता है। लेकिन इस बार जब शूर्पणखा का पुतला आग में भस्म होगा, तो उसमें महिला अपराधियों के चेहरे भी दिखाई देंगे। यह प्रतीक होगा कि समाज अब ऐसे अपराधियों को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं करेगा।
पुतले में सोनम रघुवंशी का चेहरा लगाया गया है, जिस पर आरोप है कि उसने अपने पति की बेरहमी से हत्या कर दी। वहीं मेरठ की मुस्कान का चेहरा भी इसमें शामिल है, जिस पर मासूम बच्चों की हत्या का गंभीर आरोप है।
Indore में उमड़ेगी भारी भीड़
हर साल दशहरे पर Indore में लाखों लोग उमड़ते हैं। महालक्ष्मी मेला ग्राउंड इसका सबसे बड़ा आकर्षण होता है। इस बार जब पुतले को आग लगाई जाएगी, तो दर्शक एक अलग दृश्य देखेंगे। रावण का 10 सिर वाला पुतला नहीं, बल्कि शूर्पणखा का 11 सिर वाला पुतला दहन होगा। माना जा रहा है कि इस अनोखी पहल को देखने के लिए न केवल Indore बल्कि आसपास के जिलों और राज्यों से भी लोग पहुंचेंगे।
धार्मिक परंपरा और सामाजिक संदेश का संगम
आयोजकों ने बताया कि इस साल की थीम “बुराई चाहे किसी भी रूप में हो, उसका अंत ज़रूरी है” रखी गई है। Dussehra केवल धार्मिक आस्था का पर्व नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का माध्यम भी है। जब लोग देखेंगे कि महिला अपराधियों के चेहरे वाले पुतले जलाए जा रहे हैं, तो यह उन्हें सोचने पर मजबूर करेगा कि अपराध करने वाले किसी भी हाल में पूजनीय नहीं हो सकते।
समाज को जागरूक करने का प्रयास
Indore में Dussehra की यह पहल केवल एक परंपरा में बदलाव नहीं है, बल्कि समाज को जागरूक करने का प्रयास भी है। आयोजकों का कहना है कि लोग हमेशा रावण को बुराई का प्रतीक मानकर उसका दहन करते आए हैं, लेकिन असली जिंदगी में भी हमारे आसपास कई रावण और शूर्पणखा मौजूद हैं, जो अपराध कर समाज को खोखला करते हैं।
ऐसे में यदि Dussehra जैसे त्योहार के मंच से समाज को यह संदेश दिया जाए कि अपराध चाहे पुरुष करे या महिला, दोनों ही समान रूप से देखा जाएगा, तो यह आने वाली पीढ़ियों को एक नई सोच देगा।
निष्कर्ष
Indore Dussehra 2025 निश्चित रूप से इतिहास में दर्ज होने वाला है। यहां रावण की जगह शूर्पणखा का पुतला दहन होगा, जिसमें महिला अपराधियों के चेहरे लगाए जाएंगे। यह कदम एक कठोर संदेश देगा कि अपराधी चाहे पुरुष हो या महिला, समाज उसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। दशहरा हमेशा से अच्छाई की जीत का प्रतीक रहा है और इस बार Indore ने इस परंपरा को एक नई दिशा देकर इसे और भी खास बना दिया है।
ऐसी जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे, धन्यवाद।
