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Jawaharlal Nehru Jayanti 2025: Sonia Gandhi और खड़गे पहुंचे श्रद्धांजलि देने

Pandit Jawaharlal Nehru की 136वीं जयंती पर दिल्ली के शांति वन में सुबह से ही एक शांत, गंभीर और सम्मान से भरा माहौल नजर आया, जहाँ कांग्रेस की वरिष्ठ नेता Sonia Gandhi और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहुंचकर देश के पहले प्रधानमंत्री को नमन किया। जैसे ही दोनों नेता स्मृति स्थल पर पहुंचे, गुलाब की पंखुड़ियों की हल्की खुशबू और नेहरू से जुड़े संदेशों से भरा परिसर और भी आध्यात्मिक महसूस होने लगा।

Pandit Jawaharlal Nehru की 136वीं जयंती पर मिली श्रद्धांजलि

Sonia Gandhi ने दोनों हाथों से गुलाब की पंखुड़ियां अर्पित करते समय Pandit Jawaharlal Nehru के योगदान और उनके द्वारा आधुनिक भारत की नींव रखने की सोच को याद करते हुए गहरी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। वहीं खड़गे ने कहा कि नेहरू सिर्फ एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वह लोकतंत्र, विज्ञान, शिक्षा और सामाजिक न्याय के सबसे बड़े समर्थक थे, जिनके विचार आज भी भारत के विकास पथ को दिशा देते हैं। श्रद्धांजलि समारोह में शामिल लोगों के चेहरों पर इतिहास के प्रति सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव साफ झलक रहा था।

कांग्रेस नेताओं ने याद किए Jawaharlal Nehru के विचार

श्रद्धांजलि समारोह के दौरान कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचे, जिन्होंने नेहरू की विचारधारा को आज के समय में भी प्रासंगिक बताया। नेताओं ने कहा कि नेहरू की सोच में भारत को वैज्ञानिक दृष्टिकोण, शिक्षा प्रणाली, औद्योगिक विकास और वैश्विक पहचान दिलाने की ठोस रूपरेखा शामिल थी, जिसके कारण आज का भारत मजबूत नींव पर खड़ा है।

Sonia Gandhi ने विशेष रूप से यह बात कही कि आधुनिक भारत की जो तस्वीर हम आज देखते हैं, उसकी आधारशिला Pandit Jawaharlal Nehru ने ही रखी थी चाहे वह IIT की स्थापना हो, बड़े उद्योगों का निर्माण हो, या अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की विश्वसनीय छवि का निर्माण। खड़गे ने भी जोर देते हुए कहा कि युवाओं को नेहरू की किताबें पढ़नी चाहिए, क्योंकि उनमें भारत के भविष्य की दिशा और लोकतंत्र की असली ताकत छिपी हुई है।

देशभर में मनाई जा रही Jawaharlal Nehru जयंती

14 नवंबर को पूरे देश में Pandit Jawaharlal Nehru जयंती और Children’s Day दोनों का उत्सव मनाया जाता है, और इस खास दिन पर स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी संस्थानों और राजनीतिक मंचों पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कई स्कूलों में बच्चों के लिए विशेष प्रतियोगिताएँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम और नेहरू के जीवन से प्रेरित गतिविधियाँ कराई जाती हैं, ताकि नई पीढ़ी उस नेता को समझ सके जिसने बच्चों को राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति बताया था।

Jawaharlal Nehru Jayanti Sonia Gandhi और खड़गे पहुंचे श्रद्धांजलि देने

सोशल मीडिया पर लोग नेहरू की पुरानी तस्वीरें, उनके उद्धरण और प्रेरणादायी संदेश शेयर करते हैं। इस बार भी श्रद्धांजलि समारोह की तस्वीरें जिनमें Sonia Gandhi गुलाब की पंखुड़ियां चढ़ाते हुए दिखाई दे रही हैं तेजी से वायरल हो रही हैं।

Jawaharlal Nehru की विरासत पर बढ़ रहा संवाद

इस वर्ष की Pandit Jawaharlal Nehru जयंती सिर्फ पारंपरिक श्रद्धांजलि तक सीमित नहीं रही, बल्कि नेहरू की विरासत पर नए सिरे से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा भी शुरू हुई है। कई राजनीतिक और सामाजिक संगठन नेहरू के लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सामाजिक समानता पर आधारित विचारों को आज के समय में और भी आवश्यक बता रहे हैं। कई युवा संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित कर यह चर्चा की कि भारत की वर्तमान चुनौतियों का समाधान भी नेहरू की बुनियादी सोच Education, Scientific Temper, Unity, Industrial Development में ही छिपा हुआ है।

निष्कर्ष

Pandit Jawaharlal Nehru की 136वीं जयंती भारत के इतिहास और उसकी आधुनिक पहचान को याद करने का अवसर है। Sonia Gandhi और Mallikarjun Kharge का शांति वन पहुंचकर श्रद्धांजलि देना इस बात को दर्शाता है कि नेहरू का योगदान, उनकी दृष्टि और उनके सिद्धांत आज भी भारतीय राजनीति और समाज को प्रभावित करते हैं। नेहरू की विरासत सिर्फ इतिहास का अध्याय नहीं, बल्कि भविष्य की राह भी है, जो बताती है कि राष्ट्र की प्रगति शिक्षा, विज्ञान, लोकतंत्र और समानता में ही निहित है। उनका जीवन और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

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