Peter Navarro का ‘Brahmins Profiteering’ बयान: सोशल मीडिया पर Meme का महासंग्राम

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड एडवाइज़र Peter Navarro ने भारत के बारे में ऐसा दावा किया कि Russia-India oil trade से भारत में Brahmin वर्ग को फायदा हो रहा है। Peter Navarro कि इस बयान ने पुरे सोशल मीडिया और मिम्स पेज पर तहलका मचा दिया है। इस बयान ने भारत अमेरिका के रिश्तों पर बहुत सारे सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे caste stereotypes और geopolitical tensions पर भी चर्चा तेज हो रही है।

Peter Navarro
Peter Navarro

क्या कहा Navarro ने?

Peter Navarro, जो डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड एडवाइज़र रह चुके हैं, उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि:

“A small group of Brahmins in India is making huge profits from Russia’s oil trade, while ordinary Americans are paying high prices.”

उनका यह बयान का मकसद सिर्फ और सिर्फ अमेरिका के trade policy को justify करना था लेकिन भारतीय सोशल मीडिया पर यह नकारात्मक तरीके से फैल गया। लोगों का ऐसा मानना है कि भारतीय समाज की diversity और caste system को लेकर अमेरिकी ट्रेड एडवाइजर को जरा भी समझ न होने की वजह से यह बयान सामने आया है।

Indian social media का गुस्सा और हास्य

सोशल मीडिया पर लोगों के तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं जिससे यह दिखाता है कि अमेरिका द्वारा भारतीय मूल में एक कटाव पैदा करने की साजिश की जा रही है हर जगह #BrahminsProfiteering ट्रेन पर आ गया है। लोगों ने सोशल मीडिया पर मेंस बनाकर Peter Navarro का बहुत मजाक बनाया।

Brahmins Profiteering Meme
Brahmins Profiteering Memes

जातिगत विचारधारा पर बहस

भारत जैसे देश में इस बयान को देने से लोगों के बीच मनभेद होने लगता है विशेषज्ञों की माने तो Western commentators अक्सर भारत के जातिगत विचारधारा को oversimplify करके वैश्विक अस्थिरता लाने का काम करते हैं।

राजनीतिक विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि अमेरिका का यह बयान अमेरिका के ट्रेड पॉलिसी को संरक्षण देने के लिए एक विफल प्रयास है। लोगों का ऐसा मानना है कि व्यापार को जाति से जोड़ना बहुत ही illogical है।

Geopolitical Angle

अमेरिका द्वारा दिया गया यह बयान ऐसे समय पर आया है जब India-Russia oil trade अपने ऊंचाइयों को छू रहा है। भारत सस्ते तेल रस से खरीद कर उसे रिफाइन करके वैश्विक बाजार में बेच रहा है। ऐसे में अमेरिका चारों तरफ से परेशान हो चुका है और भारत को लेकर टैरिफ को बढ़ाना, भारत के energy trade relations पर सवाल उठाना और अब जातिगत विवाद को फैलाने का काम कर रहा है।

निष्कर्ष

Peter Navarro का यह बयान साफ़ दिखाता है कि कैसे global politics और trade wars में भी छोटी मानसिकता का इस्तेमाल narrative बनाने के लिए किया जा रहा है।

हालांकि, भारत द्वारा सोशल मीडिया पर इस बयान को मजाक के तौर पर लिया गया। परंतु, इस बयान ने वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने का काम किया है। जो निश्चय ही विश्व के समस्त देशों के लिए निंदनीय है। अमेरिका जैसे विकसित देशों की ओर से इस तरह की बयानबाजी कतई शोभा नहीं देती।

ऐसे ही और खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें। धन्यवाद।


Discover more from Satyavarta

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply