Durga Puja 2025 आज से: जानें Durga Puja का महत्व और नौ रूपों की उपासना

भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में नवरात्रि का विशेष स्थान है। इस वर्ष नवरात्रि 2025 की शुरुआत आज से हो चुकी है और यह 2 तारीख तक चलेगी। इस बार की नवरात्रि अपने में ही खास क्योंकि इस बार Durga Puja 11 दिन तक चलेगी।पूरे देश में भक्तिमय वातावरण दिखाई देने लगा है। माँ दुर्गा के भक्त नौ दिनों तक उपवास रखते हैं, आराधना करते हैं और उनके नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना करके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। इन नौ दिनों के बाद विजयादशमी या दशहरा मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इसी दौरान देशभर में भव्य Durga Puja 2025 का आयोजन होगा है, खासकर पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड, ओडिशा और बिहार में इसका अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

Durga Puja 2025 जानें Puja का महत्व और नौ रूपों की उपासना
Durga Puja 2025 जानें Puja का महत्व और नौ रूपों की उपासना

नवरात्रि क्यों मनाई जाती है?

नवरात्रि का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। पुराणों के अनुसार, असुर महिषासुर ने लंबे समय तक कठोर तप करके देवताओं से वरदान प्राप्त किया था कि उसे कोई देवता पराजित न कर सके। जब महिषासुर ने अत्याचार करना शुरू किया तो देवताओं और ऋषियों ने मिलकर आदिशक्ति की आराधना की। उसी आराधना से माँ दुर्गा प्रकट हुईं और उन्होंने नौ दिनों तक महिषासुर से युद्ध किया। दसवें दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध किया और इस प्रकार धरती पर धर्म और न्याय की स्थापना हुई। यही कारण है कि नवरात्रि को शक्ति की उपासना और बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व माना जाता है।

Navratri 2025 का महत्व

Navratri 2025 केवल धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह आत्मशक्ति और आत्मसंयम का संदेश भी देता है। इन नौ दिनों में लोग उपवास रखकर मन, वाणी और शरीर को शुद्ध करते हैं। घर-घर में कलश स्थापना होती है, अखंड ज्योति जलाई जाती है और माँ दुर्गा के भजन-कीर्तन गूंजते हैं। कई भक्त इस दौरान ‘कन्या पूजन’ भी करते हैं, जिसमें छोटी-छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर उन्हें भोजन कराया जाता है। हमारे हिन्दू धर्म में छोटी कन्या को देवी का रूप माना जाता है।

माँ दुर्गा के नौ रूप और उनकी उपासना

नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ रूपों की विशेष पूजा होती है। हर दिन का अपना अलग महत्व है –

1. शैलपुत्री – पर्वतराज हिमालय की पुत्री, शक्ति और साहस का प्रतीक।

2. ब्रह्मचारिणी – तपस्या और संयम की देवी।

3. चंद्रघंटा – शांति और साहस प्रदान करने वाली।

4. कुष्मांडा – सृष्टि की रचयिता, जीवन ऊर्जा की दात्री।

5.स्कंदमाता – मातृत्व और करुणा का स्वरूप।

6. कात्यायनी – बल और विजय की देवी।

7. कालरात्रि – दुष्टों का नाश करने वाली।

8. महागौरी – सौंदर्य और पवित्रता का प्रतीक।

9. सिद्धिदात्री – सभी सिद्धियों और शक्तियों की देवी।

आज से हर दिन अलग-अलग रूप की पूजा और भक्त की जाएगी। इन नौ रूपों की पूजा करके भक्त अपने जीवन की परेशानियों और संकटों से मुक्ति पाते हैं और नई ऊर्जा प्राप्त करते हैं।

Durga Puja 2025 की धूम

नवरात्रि पूरे भारत में मनाई जाती है, वहीं Durga Puja का अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। खासकर पश्चिम बंगाल, कोलकाता और पूर्वी भारत के राज्यों में दुर्गा पूजा का महापर्व सांस्कृतिक उत्सव में बदल जाता है। जगह-जगह विशाल और आकर्षक पंडाल सजाए जाते हैं, जिनमें माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमाएँ स्थापित होती हैं इन प्रतिमा और पंडालों को देखने के लिए लोग बड़ी उत्साह के साथ जाते है। दसवीं दिन कई जगहों पर रावण दहन भी किया जाता है, यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

रात-दिन पंडालों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, नाटक और भजन-कीर्तन से माहौल भक्तिमय बन जाता है। दुर्गा पूजा न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि यह सामाजिक मेलजोल और सांस्कृतिक एकता का उत्सव भी है।

गरबा और डांडिया का आकर्षण

गुजरात और महाराष्ट्र में Navratri का उत्सव गरबा और डांडिया नृत्य के बिना अधूरा है। रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर युवक-युवतियाँ रातभर गरबा और डांडिया में भाग लेते हैं। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि सामाजिक मेल-मिलाप और आनंद का भी माध्यम है। इस पूजा के लिए लोगों में बहुत ज्यादा उत्साह होती है।

नवरात्रि और समाजिक संदेश

नवरात्रि केवल पूजा और उत्सव भर नहीं है, यह हमें यह भी सिखाती है कि जीवन में कठिनाइयों से लड़ने के लिए शक्ति और साहस की आवश्यकता है और बुराई पर अच्छाई की हमेशा जीत होती है। माँ दुर्गा के नौ स्वरूप हमें जीवन के हर पहलू में प्रेरणा देते हैं कभी धैर्य रखने, कभी करुणा दिखाने तो कभी अन्याय और अधर्म के खिलाफ खड़े होने की।

Durga Puja 2025 जानें Puja का महत्व और नौ रूपों की उपासना
Durga Puja 2025 जानें Puja का महत्व और नौ रूपों की उपासना

निष्कर्ष

Durga Puja 2025 भारत की धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता का अनोखा संगम हैं। इन दस दिनों तक देश का हर कोना में भक्ति और उत्साह भरा रहता है। माँ दुर्गा की उपासना से भक्त न केवल धार्मिक शांति प्राप्त करते हैं बल्कि जीवन में नई ऊर्जा, आत्मविश्वास और सकारात्मकता भी हासिल करते हैं। यही कारण है कि नवरात्रि और Durga Puja का यह पर्व हर साल पूरे देश को भक्ति और आनंद से परिपूर्ण कर देता है।

ऐसी जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे, धन्यवाद।


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