भारत ने स्थिरता को विकास का अगला अध्याय बना लिया — ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश

नई दिल्ली में आयोजित Asian Conference on Geography (ACG 2025) के उद्घाटन अवसर पर Dr. Jitendra Singh ने कहा कि भारत अब आर्थिक बढ़ोतरी ही नहीं, बल्कि पर्यावरण-संतुलन के साथ जुड़ने के लिए भी संकल्पित हो चुका है है। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि

India’s initiatives, from Green Hydrogen to Bio-Economy, Circular Economy, and Digital India, reflect our determination to harmonize economic growth with ecological balance.

ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश
ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश

Green Hydrogen से Digital India तक

Dr. Jitendra Singh ने इस सम्मेलन में प्रमुख रूप से बताया कि देश ने Green Hydrogen और Bio-Economy को अपनी विकास रणनीति में शामिल किया है ताकि आर्थिक गति के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और पुनरुपयोग संभव हो सके।

उदाहरण के तौर पर, उन्होंने कहा कि Circular Economy मॉडल अपनाकर भारत प्रत्येक उत्पादन-चक्र में waste की जगह resource बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि Digital India पहल अर्थव्यवस्था को डिजिटलीकृत कर रही है और पर्यावरण-प्रबंधन में भी data-driven governance को सक्षम बना रही है। इस तरह, भारत अब सिर्फ बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश तो बन ही रहा है, इसके साथ यह एक ऐसा मॉडल तैयार कर रहा है जहाँ विकास और पर्यावरण आज साथ चलते हैं।

शहरीकरण, जलवायु और संसाधन-प्रबंधन का त्रिकोण

Conference में Dr. Jitendra Singh ने यह स्पष्ट किया कि एशिया क्षेत्र विशेष रूप से तीन चुनौतियों का सामना कर रहा है जिसमें climate change, urbanization और sustainable resource management शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दक्षिण एशिया में 750 मिलियन से अधिक लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहाँ ग्लेशियर पिघलना, तट-क्षरण या पानी-संकट जैसी चुनौतियाँ तेजी से बढ़ रही हैं।

ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश
ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश

उनकी चिंता इस बात पर भी थी कि भारत जैसे देश में 55 million tonnes ठोस अपशिष्ट प्रतिवर्ष उत्पन्न होता है, और यहां untreated wastewater की मात्रा ज्यादा है। ऐसे में उन्होंने जोर दिया कि नीति-निर्माण और तकनीक नवाचार के साथ-साथ नागरिक भागीदारी अहम भूमिका निभाएगी क्योंकि स्थिरता सरकारों और समाज की साझा जिम्मेदारी होती है।

तकनीक, नवाचार और युवा-शक्ति का संयोजन: Dr. Jitendra Singh

अपने भाषण में Dr. Jitendra Singh ने यह भी कहा कि भारत में technology & innovation विकास का केंद्र है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने Indian Space Research Organisation (ISRO) के Earth Observation Missions, National Geospatial Policy 2022 और SVAMITVA programme का ज़िक्र किया जो जमीन-स्तर पर संसाधन की निगरानी और स्मार्ट योजना को सक्षम कर रहे हैं।

इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आबादी का 70 % से अधिक हिस्सा 40 वर्ष से कम उम्र का है, इसलिए युवा-शक्ति और डिजिटल प्लेटफॉर्म इस मिशन के अभिन्न अंग हैं। मुख्य रूप से भारत ने अब सिर्फ बड़े उद्योगों पर भरोसा नहीं कर रहा है, बल्कि टेक-प्लेटफॉर्म और सामाजिक परिवर्तन को भी विकास मॉडल में शामिल करना प्रारंभ कर चुका है।

वैश्विक नेतृत्व और भारत की भूमिका

Dr. Jitendra Singh ने यह स्पष्ट किया कि भारत इस यात्रा में अकेला नहीं है और उसने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी प्रमुखता भी दी है। उन्होंने International Solar Alliance (ISA) और Coalition for Disaster Resilient Infrastructure (CDRI) जैसे मंचों का उल्लेख किया जिन्होंने भारत की वैश्विक भूमिका को अधिक मजबूत किया है।

उन्होंने कहा कि आज एशिया अर्थव्यवस्था के इंजन के साथ जलवायु सहायता के मोर्चे पर सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्र भी है। ऐसे में भारत का यह प्रयास है कि उसे आर्थिक विकास मॉडल से लेकर पर्यावरण प्रबंधन मॉडल तक रूपांतरित किया जाए। इस प्रकार, भारत ने खुद को global torchbearer linking economic growth with environmental sustainability के रूप में प्रस्तुत किया है।

निष्कर्ष

ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का भाषण सिर्फ विचार विमर्श के अलावा एक स्पष्ट रोडमैप प्रस्तुत कर रहा था कि सिर्फ विकास ही पर्याप्त नहीं उसके साथ विकास को संतुलित, जिम्मेदार और टिकाऊ होना भी अति आवश्यक है। Green Hydrogen, Bio-Economy, Circular Economy और Digital India जैसे कदम इस दिशा में सफलता पाने के प्रतीक हैं।

अगर ये सभी पहल सफल हों और सामाजिक-भागीदारी, तकनीक तथा नीति-संयोजन सही दिशा में जाएँ, तो भारत क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर development with responsibility का उदााहरण बन सकता है। विकास का नया चेहरा अब सिर्फ गति नहीं, बल्कि गुणवत्ता, साझा जिम्मेदारी और पर्यावरण संवेदनशीलता का है।

ऐसे ही और खबरों के लिए हमसे जुड़े रहें। धन्यवाद।


Discover more from Satyavarta

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

1 thought on “भारत ने स्थिरता को विकास का अगला अध्याय बना लिया — ACG 2025 में Dr. Jitendra Singh का अभूतपूर्व संदेश”

Leave a Reply