Indian Navy का सफल Seychelles दौरा: INS Tir, INS Shardul और ICGS Sarathi ने बढ़ाया समुद्री सहयोग

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के जहाज़ों ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की ताक़त और कूटनीति को दर्शाया है। First Training Squadron (1TS) के अंतर्गत आने वाले INS Tir, INS Shardul और ICGS Sarathi ने हाल ही में Port Victoria, Seychelles से प्रस्थान किया। यह दौरा भारतीय नौसेना के Long Range Training Deployment का हिस्सा था, जिसे दोनों देशों के बीच बढ़ते maritime ties की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

Indian Navy Visit
Indian Navy Visit

चार दिनों तक चले इस विज़िट के दौरान भारतीय नौसेना (IN) और Seychelles Defence Force (SDF) के बीच कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ हुईं। इनमें professional exchanges, training visits और social interactions भी शामिल थे, जिन्होंने दोनों देशों की समुद्री साझेदारी को नई मजबूती देने का काम किया।

भारत और Seychelles का रणनीतिक रिश्ता

हिंद महासागर (Indian Ocean Region – IOR) भारत की सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र है। Seychelles, जो कि इस क्षेत्र का एक छोटा लेकिन रणनीतिक रूप से मुख्य द्वीप-राष्ट्र है, सदैव भारत के maritime diplomacy में एक मजबूत साझेदार बन कर खड़ा रहा है।

भारत और Seychelles का बीच सहयोग सैन्य अभ्यास के साथ maritime security, anti-piracy operations, disaster management और coastal surveillance जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी शामिल हैं। इस दौरे ने एक बार फिर यह साबित किया है कि दोनों राष्ट्र समुद्री सुरक्षा को लेकर समान दृष्टिकोण रखते हैं।

First Training Squadron (1TS) की भूमिका

भारतीय नौसेना का First Training Squadron (1TS) cadets और young officers को वास्तविक समुद्री माहौल में training देने का कार्य करता है। इस स्क्वाड्रन में INS Tir जो कि एक training ship है, INS Shardul जो एक amphibious warfare vessel है और ICGS Sarathi भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) का offshore patrol vessel के लिए जाना जाता है।

इन तीनों जहाज़ों का Seychelles दौरा इस बात का संकेत है कि भारत अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जा रहा है। यह दौरा young naval officers को वैश्विक exposure देने के लिए बहुत खास रहा है।

दौरे की प्रमुख गतिविधियाँ

चार दिवसीय विज़िट में भारतीय नौसेना और Seychelles Defence Force के बीच कई महत्वपूर्ण bilateral engagements किए गए। इसमें joint professional exchanges भी शामिल थे, जिनमें दोनों देशों के naval officers ने एक-दूसरे से अनुभव साझा किए गए।

इसके अलावा training visits आयोजित किए गए, जिनमें भारतीय नौसेना के cadets ने Seychelles Defence Force के training modules को समझा और साथ ही भारतीय अनुभवों को भी साझा किया। इसी तरह, social interactions के दौरान दोनों सेनाओं के बीच आपसी विश्वास और सांस्कृतिक जुड़ाव और अधिक मजबूत किया गया।

यह दौरा केवल एक औपचारिक यात्रा नहीं था, बल्कि यह एक ऐसी पहल थी जिसने दोनों देशों के बीच people-to-people connect और defence cooperation को नए स्तर तक पहुंचाने का काम किया।

सामरिक दृष्टिकोण से महत्व

इस तरह के दौरे एक goodwill gesture हैं, जिनके तहत गहरी रणनीति बनाई जाती है। भारत अपने हिंद महासागर के क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहता है ताकि वह regional security architecture में एक key player के रूप में बना रहे।

Seychelles जैसे द्वीप-राष्ट्र के साथ करीबी संबंध भारत को कई स्तरों पर लाभ देते हैं –

  • Maritime domain awareness बढ़ती है।
  • Piracy और illegal fishing पर निगरानी करना आसान हो जाता है।
  • Humanitarian assistance और disaster relief (HADR) ऑपरेशन में सहयोग मिलता है।
  • Strategic surveillance के लिए नई संभावनाएँ खुलती हैं।

निष्कर्ष

भारतीय नौसेना का यह सफल दौरा इस बात का ठोस प्रमाण है कि भारत एक ऐसी उभरती हुई शक्ति है, जो एक जिम्मेदार maritime partner भी है। INS Tir, INS Shardul और ICGS Sarathi का Seychelles दौरा एक सुदृढ़ training और exposure के साथ-साथ, विदेश नीति और समुद्री रणनीति को मजबूत करने का भी महत्वपूर्ण मौका था।

विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि इस तरह की bilateral engagements भविष्य में हिंद महासागर क्षेत्र को सुरक्षित, स्थिर और सहयोगात्मक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी।

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